पर ये अस्तित्व की लड़ाई है तेरे और पहाड़ की ! पर ये अस्तित्व की लड़ाई है तेरे और पहाड़ की !
तुम बिन मेरे जीवन में कोई फर्क तक नहीं पड़ गया। तुम बिन मेरे जीवन में कोई फर्क तक नहीं पड़ गया।
जीवन है संगीत या संगीत सा जीवन कभी आरोह, कभी अवरोह कभी मिलन, कभी विछोह जीवन है संगीत या संगीत सा जीवन कभी आरोह, कभी अवरोह कभी मिलन, कभी विछोह
कभी नीम सा जीवन कभी नमक सा जीवन कभी नीम सा जीवन कभी नमक सा जीवन
मैं जन गण की प्यास, बुझा ल्याऊं खुशहाली। मैं जन गण की प्यास, बुझा ल्याऊं खुशहाली।
हाँ, मैं नदी हूँ। बहती हुई मानों कोई सदी हूँ। हाँ, मैं नदी हूँ। बहती हुई मानों कोई सदी हूँ।